चित्तौड़गढ़। श्री धाकड़ महासभा का 32वां राष्ट्रीय अधिवेशन 8 और 9 फरवरी को कोटा के दशहरा मैदान में आयोजित किया जाएगा। दो दिवसीय इस अधिवेशन में समाज के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर विचार-विमर्श होगा। अधिवेशन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इनके साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद रोडमल नागर भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।
अधिवेशन के पहले दिन समाज की सामूहिक चर्चा और विचार गोष्ठी होगी, जबकि दूसरे दिन खुला अधिवेशन होगा। अधिवेशन की तैयारियों को लेकर जयपुर समाज समिति की ओर से बुधवार को विधायक आवास पर हुई, जिसकी अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने की।
बैठक में समाज के विभिन्न पदाधिकारियों ने अपनी बात रखी और अधिवेशन में अधिक से अधिक लोगों को जुटाने की योजना बनाई। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा, ‘समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर कोटा पहुंचना चाहिए। जयपुर और भरतपुर स्तर में बैठकें आयोजित की जानी चाहिए। जयपुर को अलग-अलग क्षेत्रों में बांटकर हर क्षेत्र के लिए दो पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए। इससे अधिवेशन में अधिक से अधिक लोग भाग लेंगे।
अधिवेशन के सफल आयोजन को लेकर सभी पदाधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी तय की। ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि समाज को संगठित रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। यह अधिवेशन समाज की शक्ति और एकता का प्रतीक बनेगा। हर क्षेत्र से लोग कोटा पहुंचें और अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं।
समाज संगठित होगा, तो नजर आएगी ताकत: संजय धाकड़
अखिल भारतीय धाकड़ युवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय धाकड़ ने कहा, ‘जब समाज संगठित होगा, तभी उसकी ताकत नजर आएगी। इस अधिवेशन में समाज की शक्ति का प्रदर्शन होना चाहिए। हमें यह दिखाना है कि धाकड़ समाज एक संगठित और प्रभावी शक्ति है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अधिवेशन में एक लाख से अधिक लोग हिस्सा लेंगे।
इस दौरान अधिवेशन को लेकर पदाधिकारियों ने पोस्टर का विमोचन किया और कोटा चलो का नारा दिया।
अखिल भारतीय धाकड़ युवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय धाकड़ ने कहा
‘जब समाज संगठित होगा, तभी उसकी ताकत नजर आएगी। इस अधिवेशन में समाज की शक्ति का प्रदर्शन होना चाहिए। हमें यह दिखाना है कि धाकड़ समाज एक संगठित और प्रभावी शक्ति है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि अधिवेशन में एक लाख से अधिक लोग हिस्सा लेंगे।
अधिवेशन के प्रमुख बिंदु: आज बैठक में बनी रणनीति
– पहले दिन समाज के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर विचार-विमर्श।
– दूसरे दिन खुला अधिवेशन।
– अधिवेशन में एक लाख से अधिक लोगों के जुटने की उम्मीद।
– जयपुर और भरतपुर स्तर पर बैठकें आयोजित कर लोगों को जोड़ने की रणनीति।
– यह अधिवेशन न केवल समाज की ताकत को दिखाएगा, बल्कि भविष्य में समाज के लिए नई दिशा तय करेगा।
धाकड़ महासभा का 32वां राष्ट्रीय अधिवेशन: कोटा में जुटेगी समाज की ताकत
