पारसोली। क्षेत्र के कितियास गांव में बंदर की मौत पर गांव के लोगों ने विधि विधान और बैंड बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकाली। बंदर की अंतिम यात्रा के पीछे-पीछे गांव की महिलाएं भजन गाते हुए चल रही थी। अंतिम यात्रा में सैकड़ो लोग शामिल हुए। मोक्षधाम में बंदर का हिंदू रीति रिवाज से रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। प्रकाश कुमावत ने बताया कि शनिवार शाम को एक खेत पर बंदर बीमार अवस्था में पड़ा मिला था। जिसे गांव में लाकर उपचार कराया। ग्रामीणों का कहना है कि बंदर पैरालाइसिस अवस्था में था। जिसे आवश्यक उपचार दिया गया लेकिन बंदर की शनिवार रात ही मृत्यु हो गई। रविवार सुबह ग्रामीणों ने मिलकर गाजे-बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकाली गई तथा विधि विधान से अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बच्चे, महिलाएं व सभी ग्रामीण उपस्थित रहें।
बेगूं: गाजे-बाजे के साथ निकाली बंदर की अंतिम यात्रा
