रावतभाटा । फर्जी डॉक्टर के इलाज से 8वीं कक्षा की छात्रा की मौत के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की। बुधवार को बीसीएमओ डॉ. अनिल जाटव के नेतृत्व में टीम ने श्रीपुरा गांव में छापेमारी कर दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया। दोनों जगहों से बड़ी मात्रा में दवाइयां भी जब्त की गईं। छात्रा की मौत के आरोपी के घर भी टीम पहुंची, लेकिन वह फरार हो चुका था। वहीं कार्रवाई के दौरान गांव धांगड़ मउ में दो डॉक्टर ताला लगाकर फरार हो गए। बीसीएमओ डॉ. अनिल जाटव ने बताया कि रतनपुरा गांव की रहने वाली छात्रा विशाखा की मौत के बाद टीम का गठन कर कार्रवाई शुरू की गई। आरोपी के घर पर पहुंचने से पहले ही वह फरार हो चुका था। इसके बाद श्रीपुरा गांव में छापेमारी की गई, जहां पश्चिम बंगाल का रहने वाला प्रणव एक दुकान में लोगों का इलाज कर रहा था। मौके से फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में दवाइयां जब्त की गईं।
वहीं, श्रीपुरा का रहने वाला श्याम वैष्णव अपने घर पर ही 10 बेड लगाकर लोगों का इलाज कर रहा था। कार्रवाई के दौरान आरोपी घर पर नहीं था, जबकि उसकी पत्नी मरीजों का इलाज कर रही थी। सूचना मिलने पर पहुंचे फर्जी डॉक्टर श्याम वैष्णव को गिरफ्तार किया गया। मौके से बड़ी मात्रा में दवाइयां बरामद की गईं। मेडिकल वेस्ट को पास के खेत में ही जलाया जा रहा था। बीसीएमओ डॉ. अनिल जाटव ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर फर्जी डॉक्टर के पास मौजूद सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है। साथ ही क्लिनिक में मिली दवाइयों और उपकरणों की भी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।